माननीय श्री न्यायमूर्ति आलोक माहरा

1 फरवरी, 1972 को नैनीताल जिले के माहरा गाँव में जन्मे महामहिम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसफ कॉलेज नैनीताल से प्राप्त की। महामहिम ने अपनी माध्यमिक शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज नैनीताल से की। एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी से बीएससी और एमए करने के बाद महामहिम ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से कानून की डिग्री प्राप्त की। महामहिम के पिता स्वर्गीय श्री गोपाल सिंह माहरा भी नैनीताल के जाने-माने वकील थे। महामहिम की माता स्वर्गीय श्रीमती धना माहरा राजकीय इंटर कॉलेज धारचूला की प्रधानाचार्या के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। महामहिम 1999 में नैनीताल में बार में शामिल हुए और मुकदमों के विभिन्न क्षेत्रों यानी सिविल, संवैधानिक, श्रम, सेवा और राजस्व में प्रैक्टिस करना शुरू किया लिमिटेड, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूसीएडीए), कुर्मांचल नगर सहकारी बैंक लिमिटेड, नैनीताल और उत्तराखंड लोक सेवा आयोग। उनकी माननीय न्यायाधीश को अधिसूचना संख्या के-13032/01/2023- यू.एस.II दिनांक 12 फरवरी, 2025 के तहत उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 14 फरवरी, 2025 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।