माननीय न्यायाधीश श्री रविन्द्र मैथानी

माननीय न्यायाधीश श्री रविन्द्र मैथानी 1986 बैच में उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा में शामिल हुए। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में न्यायाधीश के रूप में पदस्थापित रहे तथा उसके बाद उत्तराखंड में भी रहे। इसके अलावा न्यायिक प्रशिक्षण अनुसंधान संस्थान, उत्तर प्रदेश लखनऊ के उप निदेशक, व्यापार कर न्यायाधिकरण, उत्तराखंड के सदस्य, उत्तराखंड न्यायिक एवं विधिक अकादमी के अपर निदेशक तथा उत्तराखंड के प्रशासक जनरल के रूप में भी कार्य किया।
28.03.2009 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय, नैनीताल में रजिस्ट्रार जनरल के रूप में नियुक्त हुए। 21.09.2010 को रजिस्ट्रार के रूप में भारत के सर्वोच्च न्यायालय में स्थानांतरित हुए।
13.05.2013 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के महासचिव नियुक्त हुए और 15.11.2014 तक उस पद पर रहे।
इसके बाद उन्हें अल्मोड़ा, उत्तराखंड में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद पर नियुक्त किया गया।
11.12.2015 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया, तथा 03.12.2018 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।
वे न्याय प्रशासन के क्षेत्र में विभिन्न नीति निर्माण निकायों के सदस्य थे। वे राष्ट्रीय न्यायालय प्रबंधन प्रणाली (एनसीएमएस) के सदस्य, एनसीएमएस की सलाहकार समिति के संयोजक, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी की सामान्य निकाय, शासी परिषद और शैक्षणिक परिषद के सदस्य थे और न्याय वितरण और कानूनी सुधार के लिए राष्ट्रीय मिशन की सलाहकार परिषद के सदस्य भी थे। इसके अलावा वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कानूनी मंचों का हिस्सा भी रहे।