माननीय न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा

माननीय न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा 1 जनवरी, 1962 को इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में जन्मे । न्यायमूर्ति शर्मा ने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा ‘ब्वॉयज’ हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कॉलेज, इलाहाबाद से प्राप्त की और उसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी.कॉम और एल.एल.बी. किया। उन्होंने भारतीय अभियांत्रिकी एवं ग्रामीण प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद से मैटेरियल मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी किया है। 29.02.1992 को अधिवक्ता के रूप में नामांकित हुए और 1992 से 2000 तक सिविल, संवैधानिक, सेवा और राजस्व पक्ष के मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की। उनके पिता श्री एच.एन. शर्मा और भाई श्री अनिरुद्ध शर्मा अधिवक्ता हैं और इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करते हैं। उनकी माता श्रीमती सरला शर्मा गृहिणी हैं।
वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य के निर्माण के बाद, वे नैनीताल चले गए और नैनीताल में माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय के समक्ष विभिन्न प्रकार के मामलों की पैरवी और संचालन करने लगे। वर्ष 2009 में, उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया। वरिष्ठ पैनल अधिवक्ता होने के नाते, वे नैनीताल उच्च न्यायालय, ओएनजीसी, देहरादून, एआरआईईएस, नैनीताल, उत्तराखंड वन निगम, उत्तराखंड परिवहन निगम आदि के लिए पेश हुए। 19.05.2017 को, उन्हें बेंच में पदोन्नत किया गया और उन्होंने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला।
दिनांक 30.08.2018 की अधिसूचना के तहत माननीय न्यायाधीश को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। 31.12.2023 को सेवानिवृत्त होंगे।