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    माननीय न्यायमूर्ति अशोक ए. देसाई (संस्थापक मुख्य न्यायाधीश)

    माननीय न्यायमूर्ति श्री अशोक ए. देसाई
    • पद: पूर्व माननीय मुख्य न्यायाधीश

    1970 में नागपुर उच्च न्यायालय में एडवोकेट के रूप में प्रैक्टिस शुरू की। 1978 में नागपुर बार एसोसिएशन के महासचिव चुने गए। 1978-80 के दौरान यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, नागपुर में मानद व्याख्याता रहे। नागपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे। 1980-86 के बीच नागपुर उच्च न्यायालय में सहायक सरकारी वकील रहे। 1982 में लॉ ग्रेजुएट्स निर्वाचन क्षेत्र से नागपुर विश्वविद्यालय सीनेट में चुने गए। महाराष्ट्र बार काउंसिल के सदस्य रहे। 1986 में बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए। 1989 में भारत में उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय विधि संस्थान, नई दिल्ली की शासी परिषद के सदस्य चुने गए भारतीय कंपनी सचिव संस्थान, नई दिल्ली द्वारा स्थापित कॉर्पोरेट अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के सलाहकार बोर्ड के सदस्य थे। भारतीय बार काउंसिल की विधिक शिक्षा समिति के सदस्य थे। सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों के निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय विधि संस्थान, नई दिल्ली के शासी परिषद के सदस्य के रूप में चौथी बार निर्वाचित हुए। 09/11/2000 को नैनीताल में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए। 06/12/2000 को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनके आधिपत्य की नियुक्ति हुई और मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने पद से हटने से पहले 31/03/2003 तक वे इस पद पर रहे।